प्रसिद्ध व्यक्ति (पार्ट-2)
प्रसिद्ध व्यक्ति (पार्ट-2)
कार्ल मार्क्स (1818 -1883 ) : साम्यवाद की स्थापना के लिए मार्क्स का सिद्धांत 'मार्क्सवाद 'के रूप में विश्व प्रसिद्ध है। जर्मनी के महान दार्शनिक मार्क्स ने समानता पर आधारित समाज का नया सिद्धांत विश्व को दिया और समाजवाद की वैज्ञानिक व्याख्या की। इन्होने 'दास कैपिटल 'व एंजिल्स के साथ मिलकर 'कम्युनिस्ट मेनिफेस्टो ' की रचना की।
कैप्टन रोआल्ट अमंडसेन (1872 -1928 )-नार्वे का महान अन्वेषक एवं नाविक। इन्हे दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला प्रथम व्यक्ति होने का गौरव हासिल है।
गैलिली गैलीलियो (1554 -1642 )- आधुनिक प्रयोगात्मक विज्ञान के संस्थापक गैलीलियो गैलिली इटली के प्रसिद्ध के प्रसिद्ध भौतिकी विज्ञानी व खगोलशास्त्री थे। गैलीलियो ने पहली बार अपवर्तन दूरदर्शी का प्रयोग किया।
चार्ल्स राबर्ट डार्विन (1809 -1882 ) - डार्विन ने' प्राकृतिक वरण ' का जैव विकास सिद्धांत प्रतिपादित किया। इन्होंने 'बीगल ' नामक जलपोत में रह कर अपना अनुसन्धान कार्य व सर्वेक्षण किया। अपनी पुस्तक 'ऑन द आरिजन ऑफ स्पीसीज ,बाई मीन्स ऑफ नेचुरल सलेक्शन ' में जैव विकास को समझाया। डार्विन ने एक अन्य पुस्तक 'दि डिसेंटी ऑफ मैन ' भी लिखा।
चार्ल्स महान(742 -814 )- प्रसिद्ध रोमन साम्राज्य के संस्थापक। इन्होंने जर्मनी को जीतकर रोमन साम्राज्य की स्थापना की थी।
चंगेज खां (1162 -1227 )-प्रसिद्ध मंगोल शासक ,जिसने मध्य एशिया ,चीन एवं रूस के बहुत बङे भू -भाग को जीतकर मंगोल साम्राज्य की स्थापना की। इसने भारत पर भी आक्रमण कर दिल्ली में भारी लूट -पाट की।
जीन -जैक्स रूसो (1712 -1778 )-फ्रांस के प्रसिद्ध विचारक ,दार्शनिक ,एवं राजनीतिज्ञ ,जो अपने 'सामाजिक संविदा सिद्धांत 'के कारण पुरे विश्व में चर्चित हुए। इनकी रचनाओं एवं शिक्षाओं के प्रभाव से ही फ्रांस की राज्य क्रांति हुई तथा विश्व के अनेक भागों में गणराज्य की स्थापना हुई।
थामस अल्वा एडिसन (1847 -1931 ): अमरीकी अविष्कारकर्ता एडिसन विद्युत बल्ब ,फोनोग्राफ ,कार्बन टेलीफोन ट्रांसमीटर के अविष्कारक थे। इनकी विलक्षण प्रतिभा के लिए इन्हे 'विजाई ऑफ मैनलो पार्क 'उपाधि प्रदान की गई।
निकोलस कापरनिकस (1473 -1543 ): पोलैंड के खगोलज्ञ ने बताया कि पृथ्वी भी एक ग्रह है और अन्य ग्रहो की भांति सूर्य के चारो ओर परिक्रमा करती है।
पाइथागोरस (582 -500 ई. पू. ) :पाइथागोरस ईसा पूर्व के महान गणितज्ञ एवं दार्शनिक थे ,इनकी प्रमेय आज भी प्रासंगिक है।
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