उत्तर प्रदेश का सामन्य परिचय / उत्तर प्रदेश के बारे में सब कुछ जाने , प्रदेश , सरकार शहर / Know Every Thing About Uttar Pradesh in hindi
उत्तर प्रदेश एक नजर में
उत्तर प्रदेश का सामन्य परिचय
उत्तर प्रदेश के बारे में सब कुछ जाने , प्रदेश , सरकार शहर
राज्य > उत्तर प्रदेशराजधनी > लखनऊ
पूर्व का नाम > संयुक्त प्रान्त
राजकीय भाषा > प्रथम भाषा हिंदी दूसरी भाषा उर्दू
राज्य की विधिक स्थापना > 1 नवम्बर 1956
राजकीय पशु > बारहसिंगा
राजकीय पक्षी > सारस
राजकीय वृक्ष > अशोक
राजकीय पुष्प > पलाश (सन 2011 )
राजकीय चिन्ह > वृत्त में दो मछली एक तीर व धनुष(1938 में स्वीकृत )
विधान सभा सदस्यों की संख्या > 403 +1 (एक एंग्लो इंडियन )
विधान परिषद् सदस्यों संख्या > 99 +1 (एक एंग्लो इंडियन )
लोक सभा सदस्यों की संख्या > 80
राज्य सभा सदस्यों की संख्या > 31
उच्च न्यायालय > इलाहाबाद (खंड पीठ लखनऊ )
संभागो की संख्या > 18
जिलों की संख्या > 75
महानगर > 6 ( दस लाख से अधिक जनसँख्या )
तहसीलों की संख्या > 316
ब्लाकों की संख्या > 821
नगर > 630
नगर निगमें > 13 (सहारन पुर 2009 से नवीन )
नगर पालिका परिषदें > 194
नगर पंचायते > 423
जिला पंचायतें > 75
क्षेत्र पंचायतें > 821
ग्राम पंचयतें > 51,914
आबाद ग्राम > 97941
कुल ग्राम > 106774
न्याय पंचायतें > 8135
प्रथम मुख्यमंत्री > पंडित गोविन्द बल्ल्भ पंत
प्रथम राज्यपाल > श्रीमती सरोजनी नायुडु
प्रथम विधान सभा का गठन > 8 मार्च 1952
प्रथम विधान सभा अध्यक्ष > राजर्षि पुरुषोत्तम दस टंडन
प्रथम विधान परिषद् सभा पति > श्री चंद्रभान
प्रथम मुख्य न्यायाधीश > न्यायमूर्ति कलाकान्त वर्मा
प्रथम महिला मुख्यमंत्री > श्रीमती सुचेता कृपालाानि
प्रथम दलित महिला मुख्यमंत्री > सुश्री मायावती
प्रथम लोकायुक्त > श्री विशम्भर दयाल
प्रथम विश्व विद्यालय > इलाहाबाद विश्व विद्यालय 1887
उत्तर प्रदेश का इतिहास अति संछेप में
राम, कृष्ण की जन्म स्थली वाला यह राज्य अत्यंत गौरव शाली राज्य है ,पौराणिक काल से लेकर आधुनिक काल तक की जो गति विधियां यही है जिनको नाकारा नहीं जा सकता है। उत्तर प्रदेश को वैदिक काल में ब्रम्हर्षि देश या मध्य देश के नाम से जाना था। यह प्रदेश भरद्वाज, याज्ञवल्कय, वशिष्ठ , विश्वामित्र आदि श्री मुनियो की तपो भूमि रही है। इस प्रदेश में भगवान बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश सारनाथ में दिया और कुशीनगर में उन्होंने महापरिनिर्वाण भी प्राप्त किया। तत्कालीन समय के 16 महाजनपदों में से 8 महाजनपदों का विस्तार उत्तर प्रदेश में हुआ है। 8 महाजनपदों एवं इनकी राजधानियों के नाम निम्नलिखित हैं -महाजनपद राजधानी
कुरू (दिल्ली, मेरठ, थानेश्वर ) इन्द्रप्रस्थ ( दिली के समीप इंद्रपाल )
शूरसेन (मथुरा के पास ) मथुरा
पांचाल ( फरुखाबाद , बंदायुं , बरेली ) अहिच्छत्र ( बरेली ) काम्पिल्य ( फरुखाबाद ) कौशाम्बी
वत्स (इलाहाबाद के आस पास ) कौशाम्बी
मल्ल (कुशीनगर ) कुशीनगर तथा पावा
कौशल (अवध ) साकेत तथा श्रावस्ती
चेदि (बुंदेलखंड ) शुक्तिमती ( बाँदा )
काशी (वाराणसी ) वाराणसी
अंग्रेज शाशकों ने अवध नाम के दो प्रांतो को जिनके नाम आगरा व अवध संयुक्त प्रान्त थे को 1935 में संयुक्त प्रान्त कहा। देश की स्वतन्त्रता के बाद 1950 में इसका नाम बदलकर उत्तर प्रदेश रख दिया गया।
भौगोलिक परिदृश्य
23 डिग्री 52' से 30 डिग्री 24' उत्तरी अक्षांश 77 डिग्री 05' से 84 डिग्री 38' पूर्वी देशांतर के मध्य स्थित है।
गंगा , यमुना, गोमती, घाघरा, रामगंगा आदि प्रमुख नदियां हैं।
650 किमी ० पूर्व से पश्चिम की लम्बाई है।
240 किमी ० दक्षिण से उत्तर की चौड़ाई है।
2,40,928 वर्ग किमी ० क्षेत्रफल है जो भारत के क्षेत्र फल का 7 . 33 % है।
गंगा का मैदान , भावर तथा तराई और दक्षिण का पर्वत पठार इसका प्राकृतिक विभाजन है
हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, उत्तराखंड, और एक केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली। यह इस प्रदेश के सीमावर्ती राज्य हैं।
इस प्रदेश की जलवायु मुख्य रूप से उष्ण कटिबंधीय एवं मानसूनी है जहाँ धरातलीय विषमताओं और समुद्र तल से विभिन्न स्थानों की अलग-अलग उचाईयों के कारण यहाँ की जलवायु में विषमता मिलती है।
आगरा, इटावा, औरैया, जालौन, ललितपुर, झाँसी, महोबा, चित्रकूट, इलाहाबद, मिर्जापुर, और सोनभद्र मध्य प्रदेश से सटे हुए जिलें हैं।
इलाहाबाद को संगम नगरी कहा जाता है क्योंकि यहां पर गंगा, यमुना , सरस्वती नदियों का मिलान होता है।
लखीमपुर खीरी, सोनभद्र सर्वाधिक क्षेत्रफल वाला जिला है।
संत रविदास नगर (भदोही ) न्यूनतम क्षेत्रफल वाला जिला है।
वर्ष 2011 की रिपोर्ट के अनुसार कुल वन क्षेत्रफल 14,349 वर्ग किमी ० जो 5 . 96 % है।
कुल वन एवं व्रक्षादन 8 . 82 % है।
सबसे कम वन वाला जिला संत रविदास नगर है।
सबसे अधिक वन वाला जिला सोनभद्र है।
वनों के प्रकार समशीतोष्ण, उष्णकटिबंधीय , पर्णपाती, तथा कंटीले वन।
राष्ट्रिय उद्यान दुधवा 490 .29 वर्ग किमी.
वन्य जीव अभ्यारण राष्ट्रीय चम्बल, गोविंदपुर, पशु विहार सुहागबरवा , केटर्निया घाट, सोननंदी, रानीपुर, किशनपुर, चन्द्रप्रभा, हस्तिनापुर, आसान ब्रैज बर्ड वांचिंग, चिल्ला, महावीर स्वामी, नवाबगंज, समसपुर।
प्रदेश में केंद्र सरकार के प्रतिष्ठान
डीजल लोकोमोटिव वर्क्स > मडुआडीह , वाराणसी |
सिंगरौली कोयला खान > सिंगरौली, सोनभद्र उर्वरक कारखाने > इलाहाबाद , गोंडा, गोरखपुर मार्डन बेकरीज > कानपुर इंडियन टेलीफोन इंडसरट्रीज > रायबरेली , नैनी भारत पम्प एन्ड कम्प्रेसरस लीमटेड > नैनी इलाहाबाद त्रिवेदी स्ट्रक्चरल लि। नैनी , इलाहाबाद हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लि> लखनऊ डीप फ्रिज मीट प्लांट > टूंडला ट्रांसफार्मर फैक्टरी > झाँसी सीमेंट कारखाना (चुर्क एवं डाला )> मिर्जापुर भारत एलेक्ट्रंकीस लि। गाजियाबाद भारतीय चमड़ा रंगाई तथा जूता संस्थान > कानपूर तेल शोधक कारखाना > मथुरा हिंदुस्तान एल्युमिनियम कार्पोरेशन > सोनभद्र (रेणुकूट ) परमानु शक्ति केंद्र > नरौरा , बुलंद शहर नैशनल थर्मल पवार प्लांट > सिंगरौली (सोनभद्र ) कृतिम अंग निर्माण > कानपूर मुख्यालय से भिन्न नाम वाले जिलेजिले का नाम मुख्यालयअमेठी गौरी गंजसंत कबीर नगर ख़लीला बादगौतम बुद्धा नगर नोएडाकौशाम्बी मंझनपुरकुशीनगर पडरौनाकानपूर देहात अकबरपुर मातीअम्बेडकर नगर अकबरपुरसिद्धार्थ नगर नौगढ़सोनभद्र राबट्र्स गंजजालौन उरईफरुखा बाद फ़तेह गढ़नगर निगम वाले शहरो नाम
इस प्रकार से कुल बारह नगर निगम वाले शहर हैशहरो के चर्चित नाम व उपनामलखनऊ को नवाबो / बागो का शहर मलिहाबाद को आमो का शहर मुरादाबाद को पीतल नगरी गोरख पुर को नाथनगरी ' अलीगढ को ताला नगरी कानपूर को उद्योग नगरी मेरठ को क्रांति का शहर कन्नौज को इत्र नगरी आगरा को ताज नगरी अयोध्या को तीर्थ नगरी फिरोजाबाद को चूड़ी नगरी वाराणसी को अखाड़ों का नगर बरेली को बेंत या बांस बरेली गाज़ीपुर को अफीम का नगर गाज़िया बाद (नोयडा ) को दिल्ली का बच्चा भदोही को कालीन उद्योग प्रमुख धार्मिक स्थलबदायूं - अजमेर शरीफ के समान प्रतिष्ठित इस स्थल पर हजरत निज़मुद्दीन औलिया के पिता की मजार , संत हजरत सुल्तानुल आफरीन व शाह विलायत की दरगाह है।जौनपुर - यह मस्जिदों के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर शर्की शासको ने मस्जिदों का निर्माण कराया था।देवबंद - इस स्थल पर दुर्गा मंदिर तथा इस्लामी विश्वप्रसिद्ध दारुल उलूम हैं।देवा शरीफ - यहां पर वरिस अली शाह की मजार है। यह स्थान बाराबंकी में स्थित है।कुशीनगर - यहां पर भगवन बुद्ध महापरिनिर्वाण प्राप्त किया था।फ़तेह पुर सीकरी - यह स्थान चिस्ती की वजह से विख्यात है।सारनाथ - प्राचीन बौद्ध स्तूप एवं महात्मा बुद्ध के पहले उपदेश के लिए विख्यात है। यह स्थान धम्म चक्र प्रवर्तन के नाम से भी विख्यात है।किछौछा - यह स्थान स्याद महमूद शाह अशरफ जहांगीर की दरगाह के लिए मशहूर है। यह स्थान फ़ैजाबाद में स्थित है।नैमिषारण्य - महर्षि दधीचि की तपोस्थली व ऋषि सूत जी की कर्मस्थली एवं हिन्दू पौराणिक तीर्थस्थल है।देवीपाटन - यह स्थान तुलसीपुर रेलवे स्टेशन के निकट है यहां पर पटेश्वरी देवी का प्रशिद्ध मंदिर है। मंदिर की स्थापना महारजा विक्रमादित्य ने की थी। यहां पर विशाल मेला प्रति वर्ष लगता है।काकंडी - यहां पर ९वें जैन तीर्थंकर सुविधनाथ का जन्म हुआ था।बाराबंकी - कहा जाता है कि यहां पर युधिष्ठिर (महाभारत कालीन) ने महादेव की स्थापना की थी। किंतूर ग्राम में महारानी कुंती द्वारा कुन्तेशवर मंदिर है।श्रावस्ती - यह स्थान भगवान बुद्ध की तपोस्थली माना जाता है. यहां पर भगवान् बुद्ध की विशाल प्रतिमा स्थापित है।लखनऊ - यह स्थान मुग़ल कालीन में बने इमामबाड़ा के लिए प्रशिद्ध है।उत्तर प्रदेश पर सामान्य अध्ययन
उत्तर प्रदेश की और अधिक जानकारी को उपडेट किया जा सकता है। |
बहुत अच्छी जानकारी
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